Friday, July 22, 2011

किसान कल्याण समिति

खेतीबाड़ी उत्पन्न बाजार समिति, अहमदाबाद

खेतीबाड़ी उत्पन्न बाजार समिति, अहमदाबाद में प्रतिदिन लगभग २०००० क्विंटल शाकभाजी एवं पूरे वर्ष में लगभग ६९,५१,००० क्विंटल शाकभाजी क्रय-विक्रय के लिये आती है। मार्केट में जगह की कमीं पडने के कारण समिति द्वारा शहर के बाहर जेतलपुर में ८०००० वर्ग गज जमीन २८ करोड रूपये में लेकर भवन निर्माण किया गया। दिनांक २४.०६.२००६ को मुखयमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के कर कमलों से मार्केट यार्ड का उद्घाटन किया गया। वर्तमान में यहां धान, गहूँ, अनाज का कार्य सफलतापूर्वक चल रहा है एवं इसके साथ शाकभाजी एवं अनाज का प्रोसेसिंग प्लांट से लेकर धुलाई, सफाई, लघु आकार देना एवं पैकिंग के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से युक्त अन्य उपकरण लगाये गये हैं, जिसका कृषक एवं व्यापारी वर्ग पूर्ण लाभ ले रहा है।

इस मार्केट यार्ड को राज्य सरकार ने आदर्श बाजार स्वीकार कर २.५० करोड़ रूपयों की सब्सिडी दी है। संस्था इसके लिए राज्य सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त करती है।

किसान कल्याण समिति सितम्बर २००४ में पदभार संभालने वाली नई बाजार समिति के नव निर्वाचित अध्यक्ष श्री बाबूभाई जमनादास पटेल ने अभूतपूर्व कार्य करके किसान कल्याण समिति की स्थापना की। जिसमें समिति ने मार्केट की बचत में से १०% रकम राशि को रिजर्व फण्ड बनाकर वार्षिक रूपया एक करोड तक किसान कल्याण फण्ड जमा किया। इस फण्ड द्वारा किसानों के लिये सामूहिक बीमा योजना, अकस्मात् मृत्यु सहायता, कृषि कार्य में वैज्ञानिक पद्धतियों के उपयोग के लिये सहायता, औजार सुधारने के लिए सहायता तथा अन्य कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इसके पश्चात्‌ नेशनल हाईवे तथा स्टेट हाईवे पर दसक्रोई तालुका के ग्रामों में ग्राम पंचायतों द्वारा प्रस्ताव करके ४९% जनभागीदारी देने पर बाजार समिति द्वारा शेष ५१% की सहायता कर कलात्मक प्रवेश द्वार बनायेगी। यह कार्य लगभग १० ग्रॉम पंचायतों द्वारा पूरा किया जा चुका है।

भविष्य में A.P.M.C. द्वारा एक विश्व स्तर का मार्केट का निर्माण करने की योजना के लिये समिति ने ६ लाख वर्ग गज जमीन खरीदी है। उस जमीन पर सब्जी, आलू प्याज एवं फूल मार्केट, अलग-अलग क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाओं से युक्त जैसे शीत भण्डार (कोल्ड स्टोरेज), मिनी थियेटर (लघु सिनेमाघर), शॉपिंग माल, स्वीमिंगपूल का निर्माण कर २५० से ३०० करोड़ तक व्यय करने की योजना है।
जय किसान-जय सहकार-जय विज्ञान

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