जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित रायपुर (छत्तीसगढ़)
बैंक... एक नजर में
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित रायपुर की स्थापना ०२ जनवरी सन १९१३ में हुई। अंचल के प्रखयात स्वाधीनता संग्राम सेनानी, छत्तीसगढ के सहकारिता पुरूष पं. वामन बलीराम जी लाखे द्वारा रोपित बरगढ बैंक), अपनी जडें (३४० समितियाँ) और शाखाओं (बैंक की शाखायें ५७) की छांव तले राजस्व जिलों-रायपुर, महासमुन्द एवं धमतरी के लाखों किसानों को अनवरत् सेवाएं प्रदान करते हुए नगद ऋण, कृषि हेतु खाद बीज दवाई ऋण, ट्रैक्टर, आवास आदि के लिए ऋण सुविधा प्रदान कर रहा है।
बैंक की सुविधाओं का केन्द्र-बिन्दु किसान हैं। बैंक की नीतियाँ, योजनाऐं, कार्यक्रम किसान-हित में हैं।
इस बैंक की स्थापना के समय सन १९१३ में बैंक की कार्यशील पूंजी ४३,७३५-०० रूपये थी तथा १०१९ किसानों को राशि रूपये २७,०१३-०० का ऋण प्रदाय किया गया। लेखा वर्ष २००८-०९ में बैंक की कुल कार्यशील पूंजी १२०० करोड़ रूपये से आधिक हो चुकी है। बैंक को राशि ४० करोड रूपये का लाभ प्राप्त हुआ है, जो कि कीर्तिमान है। यह बैंक कार्य व्यवसाय, स्टाफ एवं पूंजी, संसाधनों की दृष्टि से छत्तीसगढ का सबसे बडा सहकारी बैंक हैं। प्रदेश के सहकारी साख आन्दोलन का गौरव है।
छतीसगढ सरकार द्वारा वर्ष २००४ में कृषि ऋणों पर ब्याज दर को घटाकर ९ प्रतिशत किया गया। किसानों के हित में अप्रैल २००६ में कृषि ऋणों पर ब्याज दर ६ प्रतिशत किया गया। छत्तीसगढ के संवेदनशील और किसान-हितैशी मुखयमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा १५ अगस्त २००८ को राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह में घोषणा की गई कि अप्रैल २००८ से किसानों के कृषि ऋणों पर मात्र ३ प्रतिशत ब्याज दर लागू किया जावेगा। आज राज्य में मात्र ३ प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को कृषि ऋण की सुविधा उपलब्ध है। किसानों को मात्र ३ प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण उपलब्ध कराने वाला देच्च का प्रथम राज्य छत्तीसगढ है।
मुखयमंत्री जी द्वारा किसान भाईयों के हित में अब कृषि ऋणों पर ब्याज दर शून्य किये जाने का निर्णय लिया गया है। किसान भाईयों के कल्याण में छ.ग. सरकार का ऐतिहासिक निर्णय है, जिसका देश भर में स्वागत हुआ है।
खरीफ वर्ष २००८-०९ में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान उपार्जन में किसानों को २२० रूपये प्रति क्विंटल बोनस राशि प्रदान किये जाने से धान का समर्थन मूल्य ११५०-०० रूपये हुआ, जो देश में सर्वाधिक है। बोनस की राशि का प्रथम किश्त किसानों को प्रदाय भी कर दिया गया है।
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर द्वारा राज्य सरकार के किसान हित की उक्त योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। बैंक अपनी ५७ शाखाओं, ३४० सहकारी समितियों, ४६०, खाद केन्द्रों, ११३० से अधिक उपभोक्ता केन्द्र, १८० बचत बैंक एवं १००० से अधिक स्वयं सहायता बहिनी समूहों के विच्चाल नेटवर्क के माध्यम से किसान भाईयों-बहनों की सेवा कर रहा है।
No comments:
Post a Comment