भारतीय जनता पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय, 11 अशोक रोड, नई दिल्ली-110001, में दिनांक 23.09.2010 को हुई। राष्ट्रीय कार्यसमिति की कार्यवाही निम्न प्रकार सम्पन्न की गई।
उपस्थिति: कार्यसमिति की बैठक में भारत के कुल 19 प्रदेशों से आये प्रदेश संयोजकों, सह-संयोजकों एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्यों ने भाग लिया। इसमें मणीपुर, नागालैण्ड, पश्चिम बंगाल, गोवा, कर्नाटक, जम्मू व कश्मीर जैसे दूरस्थ प्रदेशों ने भी सहभागिता की।
बैठक की कार्यवाही निम्न अनुसार थी -
भारतीय जनता पार्टी के मोर्चो व प्रकोष्ठों के समन्वयक माननीय श्री महेन्द्र पाण्डेय जी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव माननीय श्री थावर चन्द्र गहलोत जी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय सचिव माननीय श्री संतोष गंगवार जी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीमती भावना चिखलिया, भाजपा मुख्यालय प्रभारी माननीय श्री श्याम जाजू जी आदि उपस्थित थे।
प्रथम सत्र में भारतीय जनता पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक श्री धंनजय कुमार सिंह जी ने सभी सम्माननिय अतिथियों का स्वागत् एवं प्रस्ताविक किया।
उन्होंने भारत में सहकारिता क्षेत्र के विकास, महत्व और प्रकोष्ठ की भावी योजनाओं को विस्तार रूप से प्रतिनिधियों को अवगत् किया। जिसमें सहकारिता प्रकोष्ठ के वैब-साईट, प्रदेश, जिला, मण्डल स्तर तक के प्रशिक्षण की योजना, सहकारिता क्षेत्र में ईमानदारी और पारदर्शिता से जिम्मेदारी को समझ कर कार्य करने, आधुनिक टैक्नोलोजी को प्रयोग में लाने, और सहकारिता के क्षेत्र में एक नयी ‘क्रांति’ लाने का संकल्प लेकर काम करने को कहा। सहकारिता क्षेत्र में उपलब्ध स्वरोजगार के असीम अवसर से अधिकांश लोग वंचित इसलिए रह जाते हैं क्योंकि उनको इस क्षेत्र की जानकारी नहीं होती है। इसका निदान प्रशिक्षण से ही होगा। विशेष रूप से उन्होंने अब तक प्रदेशोें में नियुक्त हुए प्रकोष्ठ के सभी संयोजक व सह-संयोजक की कार्यसमिति में उपस्थित होने पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रकोष्ठ का संगठनात्मक वृत प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि माननीय श्री महेन्द्र पाण्डेय जी ने सभी प्रदेशों से आये प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सहकारिता क्षेत्र में मौजूद भ्रष्टाचार, एकाधिकारवाद और काँग्रेस के द्वारा छल-बल से नियंत्रित सहकारी समितियों व संघ का शुद्वीकरण करने की जरूरत है। अपने-अपने प्रदेशों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को सहकारिता के क्षेत्र से जोड़ने के लिए निचले स्तर पर प्रशिक्षण की अनिवार्यता पर उन्होंने जोर दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव माननीय श्री थावर चन्द गहलोत जी ने सहकारिता क्षेत्र के मौजूदा स्थिति और सहकारिता क्षेत्र में प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के संगठनों में भाजपा की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिनिधियों का आह्वाहन किया।
सहकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह-संयोजक एड0 वर्षा माडगुलकर जी ने महिला सशक्तिकरण के बारे में बताया की भारत की कुल आबादी का 50% महिलाएं हैं। लेकिन उनके आर्थिक, सामाजिक परिस्थिति आज भी दयनीय है। सहकारी समितियों स्वयं सहायता समूहों के गठन करते समय उसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने और महिला प्रतिनिधियों को आह्वाहन किया कि वो अपने-अपने प्रदेशों में महिलाओं को सहकारी क्षेत्र में जोड़ने और स्वयं सहायता समूह गठन करने के लिए प्रेरित करें।
सहकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह-संयोजक श्री सुनील गुप्ता जी ने सहकारिता क्षेत्र में युवाओं का योगदान और उत्थान के विषय में व सहकारिता के क्षेत्र में स्वरोजगार की असीम अवसर के विषय में प्रकाश डाला।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री भावना चिखलिया जी द्वारा चर्चा सत्र का प्रारंभ किया गया। ग्रामीण क्षेत्र, महिला, किसान, गरीब तबके के लोगों को सहकारिता क्षेत्र के द्वारा आर्थिक मजबूती व विकास प्राप्त हुआ है।
सभी प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रदेशों की सहकारिता क्षेत्र की उपलब्धियां और भावी योजनाओं के बारे में सभा को अवगत् किया।
समापन सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री जगत् प्रकाश नड्डा जी ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा भारत के अधिकांश लोग गांव में रहते हैं और सहकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके द्वारा अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति का उद्धार हो सकता है। 10% वोट बढ़ाने का माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नितिन गड़करी जी के संकल्प को पूरा करने में सहकारिता प्रकोष्ठ का सबसे महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके लिए गांव स्तर तक सहकारिता का प्रशिक्षण व जागरूकता पहुँचाने की जरूरत है। सहकारिता से संगठन का विस्तार निश्चित रूप से होगा। साथ-साथ गरीबों, किसानों, महिलाओं और समाज के सभी वर्ग के लोगों की उन्नति हो सकती है। इसलिए इस क्षेत्र में कार्यरत प्रतिनिधियों को इसे गंभीरता से लेकर काम करने का सुझाव दिया।
अंत में राष्ट्रीय संयोजक, सहकारिता प्रकोष्ठ श्री धंनजय कुमार सिंह जी ने सभा में उपस्थित सभी वरिष्ठ नेतागणों और प्रतिनिधियों को धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सह-संयोजक एड0 वर्षा माडगुलकर ने किया।
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